
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मनाया 96 वा स्थापना दिवस…
जिलेभर से आए हुए सभी स्वयंसेवक मुड़ापार रामलीला मैदान में एकत्रित हुए संगठन का मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त बुराई से लड़ते हुए सांस्कृतिक एवं देशभक्त स्वयंसेवकों का संगठन करते हुए देश और समाज की उन्नति के लिए कार्य करना है.
दिलीप कुमार वैष्णव @आपकी आवाज
कोरबा छत्तीसगढ़ – राष्ट्र और समाज के हित में अपने विशिष्ट कार्यों के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना हुए 96 वर्ष हो गई है। वर्ष 1925 में विजयादशमी के शुभ अवसर पर इसकी स्थापना हुई थी। इस निमित्त विजयादशमी के साथ प्रकट उत्सव मनाने की परंपरा जारी है ।

कोरबा में संघ के भगत सिंह उप नगर ने अपना प्रकट उत्सव मंगलवार को मुड़ापार रामलीला मैदान परिसर में आयोजित किया। उप नगर क्षेत्र से संबंधित स्वयं सेवकों की प्रत्यक्ष भागीदारी निर्धारित गणवेश के साथ इस आयोजन में सुनिश्चित हुई।

आज का यह आयोजन सिविल इंजीनियर राज कुमार अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ जिसमें भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व प्रबंधक राम किशोर श्रीवास्तव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ सनातन संस्कृति के प्रतीक भगवा ध्वज के आरोहण और मंच पर विराजित भारत माता, संघ के आद्य संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार और माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर श्रीगुरुजी के पट चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। ध्वज प्रणाम के पश्चात कार्यक्रम की प्रस्तावना का पठन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नाम विपरीत परिस्थितियों में देश भर में सेवा कार्यों के लिए चर्चित है। अनुशासित संगठन के रूप में उसकी पहचान स्थापित है। राष्ट्र निर्माण के लिए इस संगठन से जुड़कर नागरिक श्रेष्ठ कार्य कर रहे है। उन्होंने राष्ट्रीय चरित्र के संदर्भ में जापान की प्रगति का उदहारण प्रस्तुत किया। श्री अग्रवाल ने श्रीराम मंदिर निर्माण को राष्ट्रीय गौरव का विषय भी बताया। अगले सोपान में भगत सिंह उपनगर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र एसईसीएल कॉलोनी, शारदा विहार, अमरैया, मुड़ापार , चिमनी भट्टा, ट्रांसपोर्ट नगर ,पावर हाउस रोड, मुख्य मार्ग , रामसागर पारा राताखार, सीतामढ़ी और अन्यान्य क्षेत्रों के स्वयंसेवकों के द्वारा शारीरिक अभ्यास, दंड संचालन, आसन का प्रदर्शन किया गया। इन सभी गतिविधियों को श्रेणीवार क्रम से संपादित किया गया। इसके माध्यम से स्वसुरक्षा और समाज सुरक्षा के साथ संगठन की आवश्यकता और उसके महत्व को रेखांकित करने का प्रयास किया गया। विजयादशमी के प्रकट उत्सव कार्यक्रम में भगत सिंह उपनगर के अंतर्गत निवास करने वाले बाल स्वयंसेवकों ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। सुभाषित अमृत वचन और एकल गीत के साथ आज के महत्वाकांक्षी आयोजन ने अपने विस्तार को प्राप्त किया। कार्यक्रम का समापन मातृभूमि की प्रार्थना के साथ किया गया।
संचालन उत्तम पाठक और धन्यवाद ज्ञापन बलभद्र सिंह ठाकुर ने किया। कार्यक्रम में गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही।